तिरुवल्लुवर का कहना है कि
ईशवर अनुपमेय है।
उनके शरण में अपने को समर्पण कर लो।
तभी मानसिक चिंता दूर होगी।
தனக்குவமை இல்லாதான் தாள் சேர்ந்தாருக்கல்லால் மனக்கவலை
மாற்றல் அரிது.
दृढ मन से प्रार्थना संपूर्ण भाव से अतुलनीय अनुपम
ईश्वर के चरणों में समर्पण कर लो।
वही अपूर्व शक्ति तेरी चिंताओं को दूर करेगी।।
अन्यथा नहीं दूर होगी।
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