प्यार ही ईश्वर कहनेवाले धार्मिक लोग अपने-अपने धर्म को महत्व देकर दूसरे सम्प्रदाय के अनुयायियों को
देखना मात्र ही अन्याय कहते थे।धार्मिक लोगों ने लोगों के कारण कितने लोगों को अपमानित होना पडा;
कितने हज़ारों की जानें चली।
सर्व धर्म की एकता के लिए विज्ञान की देनं महत्व पूर्ण है। फिर भी आज कट्टर धार्मिक लोग धर्म के नाम से मनुष्य मनुष्य में फूट डालते है।
मनुष्य को खून का प्यासा बनानेवाला धर्म धर्म नहीं है।वह एक शैतानिक शक्ति है।
पढ़े -लिखे लोग भी संकीर्ण विचार्वालों के संघ रहकर धर्म के नाम पर लड़ाई -झगडा करना अफसोस की बात है।
मनुष्यों को धार्मिक अज्ञानता और अंधविश्वास से बचाने के लिए हमारी एकता चाहनेवालों की प्रार्थना करना ही
आज की ईश्वर की वन्दना है।
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